बालिका आवासीय परिसर में सभी छात्राए एवं शिक्षिका एक परिवार की भांति रहते हैं जिनका केवल एक ही ध्येय हैं “इन गरीब छात्राओ को वहाँ तक पहुचना हैं जहाँ वो किसी के भी निर्भर न रहे और जिन्दगी के हर मोड़ पे डट कर चलने का साहस और कुशलता हासिल हो | इन छात्राओ की दिनचर्या में सभी प्रकार के क्रियाकलाप शामिल है | परिसर में इनको परिवार की कमी महसूस होने नहीं दिया जाता हैं | सभी को यह सिखाया जाता है कि घर से दूर कैसे इन छात्राओं और अध्यापक के साथ में मिलजुल कर रहा जाता हैं | परिसर में इनके विकास हेतु नियमित रूप से तरह की शिक्षा और प्रशिक्षण का आयोजन किया जाता हैं |dinak se kgbv mai silae prxirn 31march taka chala jishamai shabhi balikaou dawarapne apne